अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस।


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मौका हमें कोई खैरात में नहीं मिला है। इसके लिए लाखों लाख लोगों ने ,महिलाओं ने बलिदान दिया, संघर्ष किया, दमन सहा,उत्पीड़न सहा,सामाजिक तिरस्कार मिला, पारिवारिक तिरष्कार मिला, तब जाकर के यह दिन आया है।
आज भले ही ऐसा एक बहुत बड़ा तपका जोसमय-समय पर चलने वाले सामाजिक आर्थिक राजनीतिक व्यवस्था परिवर्तन के लिए चलाए जा रहे आंदोलन के खिलाफ रहा है ,जो जन आंदोलनों के खिलाफ रहा है भले ही इस दिवस को मना रहा है लेकिन आज जब भी महिलाओं ने, किसानों ने ,मजदूरों ने, आम जनता ने संघर्ष कर रही है, आंदोलन कर रही है यह तबका तब भी और आज भी उसके खिलाफ रहा और जन विरोधी सरकारों के साथ खड़ा रहा है।
इस ऐतिहासिक मौके पर हम उन सभी संघर्षशील साथियों के संघर्ष को नमन करते हैं, सलाम करते हैं जिन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए ,सशक्तिकरण के लिए ,बराबरी के लिए महिलाओं के प्रति नजरिया बदलने के लिए ,उन्हें समान अधिकार देने के लिए ,उन्हें इंसान समझने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान किया ,शहादत दी ,जेलों में गए ,मुकदमे खाए जिनकी बदौलत आज हमको काफी कुछ मिला है लेकिन आज भी महिलाओं के ,सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के प्रति नजरिया नहीं बदला है।
इस महान अवसर पर इस क्रांतिकारी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए, शोषण मुक्त समाज तथा सब को सम्मान दिलाने का संकल्प लेने की जरूरत है।
आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की के अवसर पर बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।